माता-पिता व प्रकृति वंदन से साकार हुई संस्कृति
मूमल नेटवर्क, जयपुर। भारतीय संस्कृति में प्रथम गुरु के रूप में पूजनीय माता-पिता की वंदना का कार्यक्रम हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले के चौथेे दिन सम्पन्न हुआ। बच्चों ने अपने माता पिता की वंदना की जिसमें कई पीढ़ीयां भी क्रमवार शामिल थीं। सांस्कृतिक मूल्यों को दर्शाते इस दृश्य ने उपस्थित जनों को भाव विभोर कर दिया।इसी क्रम में पर्यावरण सरंक्षण थीम आधारित धरती माता नदियों एवं प्रकृति के सम्मान के लिए गंगा एवं भूमि वंदन कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। मेले में भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र की और से रक्तदान शिविर लगाया गया। तेजस्विनी समूह की ओर से शाम को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं योगा स्टंट बाल नाटिका एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम पर पपेट शो का लोगों ने आनन्द लिया। चित्रकार शिविर में वरिष्ठ चित्रकारों ने चित्र-कृतियों का निमार्ण किया। 5 कुण्डीय यज्ञ में उपस्थित जन समूह ने आहुतियां दीं। सोमवार 20 नवम्बर को मेले का समापन दिवस है।
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