गुरुवार, 7 नवंबर 2013

Jaipur art Summit जयपुर आर्ट समिट शुरू

रंगों से सराबोर हुआ क्लार्क आमेर और जवाहर कला केंद्र
 राज्यपाल मारग्रेट अल्वा ने की विधिवत शुरुआत
Governor Mrs Margaret Alva Inaugurating the Jaipur Art Summit with Padamshree Anjolie Ela Menon and Padamshree Shanti Dave

यहां एमएफ हुसैन, एफ.एन शूजा, दीपक शिन्दे सहित  अंजलि इला मेनन, शांति दवे, जतिनदास, पीएन चोयल, ए. रामचंद्रन, अंजलि रेड्डी, अंजलि इला मेनन, अनुपम सूद,सहित नामी-गिरामी हस्तियों की कलाकृतियां  हैंं। 
मूमल नेटवर्क, जयपुर। होटल क्लार्क आमेर में गुरुवार को जयपुर आर्ट समिट का शुभारम्भ राज्यपाल मारग्रेट अल्वा ने किया।  राज्यपाल के दीपप्रज्ज्वलन करने के साथ ही जयपुर में आर्ट समिट की विधिवत शुरुआत हो गई।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि कला देश की सभ्यता और संस्कृति को परिभाषित करती है। कला को देखने और समझने का हर व्यक्ति और हर आयु वर्ग का नजरिया अलग अलग होता है। ऐेसे आयोजनों से कला को बढ़ावा मिलता है। दीप प्रज्जवलन के अवसर पर पदमभूषन जतिन दास, पदमश्री अंजलि इला मेनन और पदमश्री शांति दवे भी मंच पर मौजूद थे।
आर्ट समिट में जयपुर सहित देश के नामी गिरामी चितेरे, मूर्तिकार और सम-सामायिक  कला संसार के करीब 150 कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। आठ कलाकार अपना इंस्टालेशन वर्क दिखाएगें साथ ही प्रयाग शुक्ल, अभय सरदेसाई, अशरफी भगत जैसे कलासमीक्षक, पत्रकार, लेखक अपनी बातें सेमीनार के माध्यम से रखेंगे।
होटल क्लार्क आमेर सहित जवाहर कला केंद्र में आर्ट समिट की गतिविधियां 11 नवम्बर तक चलेंगी। राजस्थान ही नहीं, अपितु देश में यह पहला अवसर है जब ललित कला की तमाम  विधाओं से ताल्लुक रखने वाले नामी कलाकार, कलासमीक्षक एक साथ एकत्र हो कला का प्रदर्शन करेंगे। जवाहर कला केंद्र की सभी कला दीघर्आओं में देश-दुनिया में विख्यात चितेरों का काम जनता के अवलोकनार्थ है। यहां एमएफ हुसैन, एफ.एन शूजा, दीपक शिन्दे सहित  अंजलि इला मेनन, शांति दवे, जतिनदास, पीएन चोयल, ए. रामचंद्रन, अंजलि रेड्डी, अंजलि इला मेनन, अनुपम सूद,सहित नामी-गिरामी हस्तियों की कलाकृतियां  हैंं।  इन कला कृतियों को जयपुर के आर्ट कलैक्टर्स, कलादीर्घाओं और ललित कला अकादमी की ओर से प्रदर्शित किया गया है।
आर्ट समिट की चेयरपर्सन टिम्मी कुमार का कहना है कि जयपुर आर्ट समिट कला जगत में एक ऐसा कदम है जिससे शहर में कला के प्रति जागरुकता आएगी, वरन उसे देखने और समझने का नजरिया भी बदलेगा।
आर्ट समिट के संयोजक एवं ललित कला अकादमी के उपाध्यक्ष आर बी गौतम के अनुसार राजस्थान कला और कलाकारों का गढ़ है। इस आयोजन से देश के  सम-सामायिक कला संसार और राजस्थान की परंपरागत चित्र शैली और  कला के अन्य रुपों का मिश्रण कला जगत को नया आयाम देने में सफल होगा।



ये रही गतिविधियां
 रेयर आर्ट डेमो ( होटल क्लार्क आमेर व जवाहर कला केेंद्र )
 आर्ट समिट के उद्घाटन के बाद होटल क्लार्क आमेर में सवाईमाधोपुर के कलाकारों ने ब्लैक टैरीकोटा पोट्री का लाइव डेमो दिया, यह एक लुप्त होती कला है। लाइव डेमो के तहत इस विधा के बारे में गहराई से समझाया गया। जवाहर कला केंद्र में वृन्दावन के कलाकारों ने सांझी आर्ट को प्रदर्शित किया। यहां ग्लास पेंटिंग,इनामेलिंग आर्ट,सिनेमा होर्डिंग्स कैसे बनाए जाते हैं इस बारे में बताया गया।
 आर्ट हाट (होटल क्लार्क आमेर)
 आर्ट हाट की शुरुआत होटल क्लार्क आमेर से हुई। हाट में घर सजाने के चुनिन्दा साजो सामान, आर्टिस्टिक कपड़े और अन्य कलात्मक वस्तुएं बिक्री के लिए रखी गई। लाइव बैंड ने भी आर्ट हाट के माहौल को संगीतमय कर दिया।
आर्ट कैम्प ( होटल क्लार्क आमेर)
 पदमश्री अंजलि इला मेनन द्वारा आर्ट कैम्प का उद्घाटन किया गया। पांच दिनों तक चलने वाले इस आर्ट कैम्प के तहत नामी-गिरामी कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन जनता के बीच किया। विदेशी कलाकार के रूप में जर्मनी से आईं रेटाना वॉन को दर्शकों ने उनके ख्यात घोड़े पेंट करते हुए देखा।
इंस्टालेशन (जवाहर कला केंद्र)
 ऑल इंडिया कन्टमपरैरी आर्ट एग्जीबिशन एण्ड इंस्टालेशन ( जवाहर कला केंद्र): चित्रकार लक्ष्मण श्रेष्ठ ने जवाहर कला केंद्र में जवाहर कला केंद्र 150 कलाकारों की कला को प्रदर्शित करने वाली ऑल इंडिया कन्टमपरैरी आर्ट एग्जीबिशन एण्ड इंस्टालेशन का शुभारम्भ किया।
जकेके आर्ट एग्जीबिशन में क्या है खास
जवाहर कला केंद्र की सभी कलादीर्घाओं में अमूल्य कलाकृतियां प्रदर्शित की गई। यहां पर शूजा के रेखाचित्र, हुसैन की तैल चित्रों से बनी कलाकृतियों के साथ ए रामचंद्रन की न्यूक्लियर रागिनी, अंजलि रेड्डी की एक्रिलिक रंगों से सजी कलाकृति माय फ्रेंड सहित कई कलाकारों की कलाकृतियां है जिन्हें देखना कलाप्रेमियों के साथ ही कला विद्यार्थियों के लिए भी अनूठा अनुभव है।
इंस्टालेशन में है घुमक्कड घर और नागराज सहित कई अनोखी पहेलियां
बांसवाडा के लोचन उपाध्याय ने जवाहर कला केंद्र में रिसाइक्लिंग के महत्व को समझाते हुए अपनी कल्पना से घुमक्कड घर नामक सीरिज तैयार की है। लोचन से इसमें पेरिस, न्यूयॉर्क, इज्रायल सहित कई देशों में अपनी कला प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन उनका कहना है कि उनकी सारी सोच अपने गांव के इर्द-गिर्द घूमती है और साथ ही घुमक्कड घर का उनका कॉन्सेपट है अपना गांव-सारी दुनिया। कलाकार मुकेश शर्मा दिल्ली में बस गए हैं। देश विदेश में घूमते रहने का साथ उन्होंने कम्पूयर और मोबाइल की विभिन्न डिवाइस को लेकर एक पांच फन वाला नाग बनाया है। मुकेश का कहना है कि जिन्दगी में टैक्नोलॉजी सांप की तरह कुंडली मार कर बैठ गई है जिससे दूर रहना भी मुश्किल है और पास रहना भी।
( समाचार सौजन्य: अनुराग रायज़ादा ) 




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