कारों को बनाया कलाकृति
मूमल नेटवर्क, जयपुर। गुलाबी नगर मेें मानसून के स्वागत सत्कार के लिए अपनी अलग पहचान बना चुके ''रंग मल्हार'' के पांचवे आयोजन में कलाकारों ने कारों को कलाकृतियों का रूप दिया।राजस्थान ललित कला अकादमी के सौजन्य से आयोजित यह कार्यक्रम आज गुरूवार को झालाना स्थित अकादमी परिसर में हुआ।
वरिष्ठ चित्रकार विद्यासागर उपाध्याय के संयोजन में लगभग 80 से अधिक कलाकारों ने एक दर्जन कारों पर अपने मनोभाव उकेरे। अधिकांश कलाकारों ने प्रकृति, पर्यावरण, मानसून और जयपुर शहर को अपना विषय बनाया। मेघ मल्हार और पानी में बच्चों की छपाक-छई को भी जीवंत किया गया। शहरी व्यस्तता और जयपुर के रास्तों की गहमा-गहमी को भी अनके चित्रकारों ने अपनी अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया।
एक पुरानी फीएट को नवग्रह और राशियों से सजाया गया। इसमें शब्द और नाद को भी समाहित किया गया। इस कार पर वरिष्ठ चित्रकार श्वैत गोयल के साथ रवीन्द्र शर्मा 'माइकल' व शीतल चितलांगिया ने अपनी कला और सोच के जौहर दिखाए।
इतिहास के पन्नों को स्वयं में समेट कर जयपुर की पुरानी रियासती बही खातों और राजशाही मोहरों से सजी मारुति कार को वरिष्ठ चित्रकार विनय शर्मा और उनके साथी चित्रकारों ने चित्रित किया। चित्रकार नवल सिंह चौहान ने कला शिक्षा को अपना विषय बनाया
कारों को कलाकृतियों को रूप लेते हुए देखने को दोपहर की कड़ी धूप में भी कलाप्रेमियों की भीड़ उमडऩे लगी। शाम होते-होते कला विद्यार्थियों व फोटोग्राफरों की रेल-पेल से कलाकारों को काम करने के लिए जगह तलाशते भी देखा गया। रंग मल्हार के इस आयोजन में वरिष्ठ चित्रकार भवानी शंकर शर्मा, आर.बी. गौत्तम, अर्जुन प्रजापति, विनोद भारद्वाज, शब्बीर हसन काजी, समदर सिंह खंगारोत, लाल चन्द मारोठिया, नाथूलाल वर्मा, कैलाश शर्मा, शिवशंकर शर्मा गौरी शंकर, श्वेत गोयल, वीरबाला भावसार, मीनू श्रीवास्तव, अदिति अग्रवाल, लोकेश शर्मा, हरप्रीत कौर छाबडा, डा. संगीता सिंह, हरशिव शर्मा, सुधीर वर्मा, सुरेन्द्र सिंह, नवल सिंह चौहान, सोहन जाखड़, लाखन सिंह जाट, रवि शर्मा, शीतल चितलांगिया, किशोर सिंह, प्रेम सिंह चारण, भीम सिंह हाडा, विनय शर्मा, मनीष शर्मा शामिल थे। यह पहला मौका था जब रंग मल्हार में इतनी बड़ी संख्या में कलाकार जुटे।
शुक्रवार को रैली
शुक्रवार की शाम को इन चित्रित कारों को रैली के रूप में नगर के प्रमुख मार्गों में प्रदर्शित किया जाएगा। लगभग शाम को चार बजे राजस्थान ललित कला अकादमी से रवाना होकर इन चित्रित कारों का काफिला पहले जवाहर कला केंद्र पर जाकर ठहरेगा। उसके बाद राजस्थान विश्व विद्यालय से होता हुआ अलबर्ट हॉल म्यूजियम, चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया, बड़ी चौपड़, जौहरी बाजार, सांगानेरी गेट और रवीन्द्र मंच से होता हुआ जवाहरलाल नेहरू मार्ग शिक्षा संकुल स्थित राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट तक जाएगा।