मंगलवार, 23 दिसंबर 2008

अब सार्क भी पेंटिंग प्रदर्शनी के पथ पर

सार्क ने अपने सदस्य देशों के सहयोग से नेपाल की राजधानी काठमांडू में गुरुवार १८ दिसम्बर २००८ से अपनी पहली पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया है। इस प्रदर्शनी में साऊथ एशियन रीजन के आठ देशो की कला प्रर्दशित की गई है।
सार्क सचिवालय में आयोजित, भारतीय एम्बेसी के सहयोग से लगाई गई इस प्रदर्शनी का उद्घाटन नेपाल के वाइस प्रेजिडेंट परमानन्द झा ने किया। इसमे १२ कलाकृतियों को प्रदर्षित किया गया है, जिसमें १२ अकेले भारत की हैं।इसके अलावा ४ पाकिस्तान कि, दो अफ्गानितान कि, दो बांग्लादेश की, तीन श्रीलंका की तथा एक-एक नेपाल और भूटान की है।
इस शो के दौरान अपनी कला का प्रदर्शन करने वाले भारतीय कलाकार हैं- अनुपम सूद, अखिलेश, अंजना मेहरा मनीषा पुष्कल, गोपी गजवानी, जतिन दास, बंदीप सिंह, मनीषा गेरा बस्वामी, जमशेद, योगेन्द्र त्रिपाठी तथा एस हर्श्वसर्धन।
इस अवसर पर नेपाल में भारत के राजदूत राकेश सूद ने कहा कि, सार्क एक आर्थिक प्लेटफार्म है । यह प्रदर्शनी सार्क देशों के बीच सांस्कृतिक गतिविधियों का तो आदान- प्रदान करेगी ही, इन देशों के बीच व्यक्ति से व्यक्ति का रिश्ता भी मजबूत होगा।
एक बेस्ट टेलेंटेड चित्रकार का चयन किया जाएगा, जिसकी कला का प्रदर्शन पुरे दो दिन तक आने वाली सार्क प्रदर्शनियों में किया जायेगा। यह प्रदर्शनियां सार्क देशों में रोटेशन के आधार पर लगे जाएँगी। अगला प्रदर्शन श्री लंका कि राजधानी कोलम्बो में लगेगी।

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